School Authority’s Message
Director’s Message

शिक्षा, ईश्वर द्वारा प्रद्वत वह अमूल्य सम्पदा है जो साधारण मनुष्य को एक असाधारण व्यक्तित्व में बदलती है अर्थात शिक्षा के माध्यम से ही जीवन में बदलाव आता है। शिक्षा का तात्पर्य किताबी ज्ञान के साथ साथ विद्यार्थी के संस्कार, चरित्र, अनुशासन, निष्ठा व विचारों को उत्तम बनाना है जिससे एक श्रेष्ठ मानव का निर्माण होता है, और आगे चलकर वह अपने परिवार, समाज यहाँ तक की राष्ट्र के निर्माण में अपनी महत्व भूमिका निभाता है। सीधे शब्दों में कहा जाये तो शिक्षा से उत्तम कोई धन नहीं है और शिक्षा उद्देश्य की पूर्ति के लिए विद्यालय के अतिरिक्त कोई और मन्दिर नही है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तथा क्षेत्र में शिक्षा की क्रांति के मूल उद्देश्य से गाल्व ऋषि व महाराजा भृर्तहरी की तपोस्थली तथा राष्ट्रीय अभ्यारण सरिस्का की हरी भरी वादियों के समीप अरावली पर्वत माला की गोद में सत्र 2007 – 2008 में ज्योति एकेडमी थानागाजी के रुप में संस्थान शुरु किया गया था। जिसका मूल उद्देश्य विज्ञान की शिक्षा के प्रति क्षेत्र को जागरुक करना और विज्ञान संकाय के प्रति मनोवैज्ञानिक डर को खत्म करने के साथ-साथ लोकल क्षेत्र में ही राज्य स्तरीय संस्थान स्थापित करना था, जिसमें काफी हद तक सफलता भी मिली हैं। क्योंकि ज्योति एकेडमी ने विज्ञान संकाय में राज्य स्तर पर लगातार तीसरा व चौथा स्थान हासिल करने के साथ साथ अलवर में निरन्तर प्रथम स्थान हासिल किया है, जिससे हमारी सफलता की भूख और मनोबल पहले से अधिक बढ़ा है जिसका श्रेय विद्यार्थियों की लगन, अभिभावको के विश्वास और शिक्षको की कठोर मेहनत को जाता है।
ज्योति एकेडमी राजस्थान में विज्ञान संकाय की स्कूलों में एक जाना पहचाना नाम है जिसमें अलवर जिले की प्रत्येक तहसील के साथ साथ पडोसी जिले जयपुर व दौसा के अनेक विद्यार्थी अपने सपने साकार करने के उद्देश्य से थानागाजी आकर शिक्षा ग्रहण कर रहे है। जिसके लिए मैं सभी अभिभावकों का शुक्रगुजार हूँ जिन्होंने अपना विश्वास संस्थान पर जताया है साथ ही मेरी मेहनती टीम कि और से विश्वास दिलाता हूँ कि आपके बच्चों के सपनों को साकार करने के लिए मेहनत में कोई कमी नही छोड़ेंगे।
हार्दिक शुभकामनाओं सहित
चन्द्रषेखर सैनी
Chairman’s Message
Principal’s Message